Sunday, 3 September 2017

मौत अब बस तेरा इंतजार है


रूह पर खरोच है,
जिस्म तार-तार है,
मौत अब बस तेरा इंतजार है,
अब आ भी जाओ ना,
कौन से जिंदा हैं हम ,
उन के जाने के बाद तो वैसे भी मुर्दा हैं हम.
- फैज शाकिर

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