पवित्रता के मुद्दे पर कल तक जो आवाम से मुखातिब था,
उस पर आबरु रेजी का इल्जाम है,
रहनुमा जो तकरीर करते नहीं थकता है इंसानियत पर ,
उस पर अपने ही शहर को आग लगाने का इल्जाम है,
यहां इंसान बेवफा है मगर हैवान वफादार है,
इब्लीस तो इब्लीस, इस दौर का फरिश्ता भी
गुनहगार है.
- फैज साकिर
उस पर आबरु रेजी का इल्जाम है,
रहनुमा जो तकरीर करते नहीं थकता है इंसानियत पर ,
उस पर अपने ही शहर को आग लगाने का इल्जाम है,
यहां इंसान बेवफा है मगर हैवान वफादार है,
इब्लीस तो इब्लीस, इस दौर का फरिश्ता भी
गुनहगार है.
- फैज साकिर
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