कौन रहा अब इस दुनिया में ,
जो हिंदा की खताएं माफ करे,
हर इंसान को गले लगाए ,
जात-पात का नाश करे,
कौन रहा अब इस दुनिया में
जो औरत की हक की बात करे ,
जो सामाजिक कुरुतियों पर जमकर वार करे,
खुद हो जिसकी उम्र 28 और वह 40 की विधवा औरत से निकाह करे,
कौन रहा अब इस दुनिया में ,
जो तायाफ में पत्थर खाकर भी ,
अमन व अमा की बात करे.
– फैज शाकिर
जो हिंदा की खताएं माफ करे,
हर इंसान को गले लगाए ,
जात-पात का नाश करे,
कौन रहा अब इस दुनिया में
जो औरत की हक की बात करे ,
जो सामाजिक कुरुतियों पर जमकर वार करे,
खुद हो जिसकी उम्र 28 और वह 40 की विधवा औरत से निकाह करे,
कौन रहा अब इस दुनिया में ,
जो तायाफ में पत्थर खाकर भी ,
अमन व अमा की बात करे.
– फैज शाकिर
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